ICC ने भारतीय खिलाड़ी विराट कोहली पर 20% मैच फीस का जुर्माना लगाया और एक डी-मेरिट पॉइंट दिया। यह सजा मैदान पर खराब व्यवहार के कारण दी गई। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के 19 साल के ओपनर सैम कोंस्टास को कंधे से धक्का मारा और बहस की। यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पारी के 10वें और 11वें ओवर के बीच हुई। कोहली ने सुनवाई में अपनी गलती मान ली।

डी-मेरिट पॉइंट का मतलब
डी-मेरिट पॉइंट खिलाड़ियों को खराब व्यवहार या नियम तोड़ने पर दिया जाता है। अगर किसी खिलाड़ी के 2 से ज्यादा डी-मेरिट पॉइंट हो जाते हैं, तो उसे टेस्ट, वनडे या टी-20 मैच खेलने से बैन किया जा सकता है।
क्या कहता है नियम
ICC के कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार, जानबूझकर किसी खिलाड़ी से टकराना या धक्का देना नियमों का उल्लंघन है। इसे लेवल-1 का अपराध माना जाता है, जिसमें 1-2 डी-मेरिट पॉइंट और 0-50% मैच फीस का जुर्माना लगता है।
घटना का पूरा मामला
मैच के 10वें ओवर के बाद कोहली अपनी फील्डिंग पोजिशन पर जा रहे थे। तभी उन्होंने सैम कोंस्टास को धक्का दिया। कोंस्टास ने इस पर आपत्ति जताई, और मामला इतना बढ़ गया कि अंपायर को बीच-बचाव करना पड़ा। इसके अगले ओवर में कोंस्टास ने बुमराह की गेंदों पर 2 चौके और 1 छक्का लगाकर 18 रन बना दिए।
ऑस्ट्रेलियन मीडिया से विवाद
19 दिसंबर को मेलबर्न एयरपोर्ट पर कोहली ने अपने परिवार की फोटो खींचने से मीडिया को मना किया। लेकिन एक जर्नलिस्ट ने उनकी फोटो ले ली, जिस पर कोहली और मीडिया के बीच बहस हो गई।
कगिसो रबाडा का मामला
2018 में साउथ अफ्रीका के कगिसो रबाडा को भी ऐसा ही जुर्माना भुगतना पड़ा था। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को धक्का दिया था। रबाडा पर 50% मैच फीस का जुर्माना और 3 डी-मेरिट पॉइंट लगाए गए थे, जिससे उन्हें दो मैचों के लिए बैन कर दिया गया था।